Dortmund ने Atlético Madrid को रोमांचक अंदाज में चैंपियंस लीग से बाहर किया!
फुटबॉल प्रेमियों, क्या आप वह रात याद करते हैं? 16 अप्रैल 2024! वह रात जब बोरुसिया Dortmund ने चैंपियंस लीग के क्वार्टर फाइनल में एटलेटिको मैड्रिड को 4-2 से हरा दिया और एक यादगार वापसी की।
यह मुकाबला सिग्नल इडुना पार्क में खेला गया, जिसे “येलो वॉल” के नाम से प्रसिद्ध इसके जुनूनी दर्शकों के लिए जाना जाता है। मैच से पहले माहौल काफी गर्म था, क्योंकि पहली लेग में एटलेटिको मैड्रिड ने 2-1 से जीत हासिल की थी। डॉर्टमुंड को घरेलू मैदान पर जीत के लिए कम से कम दो गोल दागने की जरूरत थी.
पहला हाफ
पहला हाफ गोलमाल रहा, दोनों टीमों ने गोल करने के लिए कई प्रयास किए लेकिन सफलता नहीं मिली। लेकिन मैच का असली ड्रामा दूसरे हाफ में शुरू हुआ। 34वें मिनट में जूलियन ब्रांट के गोल ने डॉर्टमुंड को बढ़त दिला दी और स्टेडियम में जश्न का माहौल छा गया।
हालांकि, एटलेटिको मैड्रिड ने हार नहीं मानी। 74वें मिनट में एंजेल कोरिया ने शानदार गोल करके स्कोर को 1-1 से बराबर कर दिया। इस गोल से मैच में फिर से रोमांच पैदा हो गया।
लेकिन डॉर्टमुंड की लड़ाई की भावना को कम करके आंकना गलती थी। मार्को र Reus ने 78वें मिनट में शानदार हेडर के साथ डॉर्टमुंड को 2-1 की बढ़त दिला दी। इसके बाद डॉर्टमुंड का दबाव और बढ़ गया। मार्टिन ओडेगार्ड ने 85वें मिनट में शानदार गोल दागकर स्कोर को 3-1 कर दिया।
- एटलेटिको मैड्रिड ने हार नहीं मानी और 89वें मिनट में अल्वारो मोराटा ने गोल कर के उनकी उम्मीदें जगाई।
- लेकिन यह बहुत देर हो चुकी थी।
- डॉर्टमुंड के लिए सबitzer ने 90+2 मिनट में एक और गोल दागकर स्कोर को 4-2 कर दिया।
- मैच की समाप्ति की सीटी बजते ही सिग्नल इडुना पार्क जश्न में डूब गया।
- डॉर्टमुंड के खिलाड़ियों ने अपने प्रशंसकों के जज्बे का जवाब दिया था
- और एक यादगार जीत हासिल की थी।
- इस जीत के साथ Dortmund चैंपियंस लीग के सेमीफाइनल में पहुंच गया।
इस मैच की कुछ प्रमुख बातें:
- जूलियन ब्रांट, मार्को रेर्स, मार्टिन ओडेगार्ड, और सबित्जर के गोलों के कारण डॉर्टमुंड ने शानदार वापसी की।
- एटलेटिको मैड्रिड के लिए एंजेल कोरिया और अल्वारो मोराटा ने गोल किए।
- यह मैच चैंपियंस लीग के इतिहास में एक यादगार मुकाबला के रूप में दर्ज हो गया।
- यह मैच न केवल डॉर्टमुंड के जज्बे और खेल का शानदार उदाहरण था, बल्कि यह भी दिखाता है
- फुटबॉल कभी भी खत्म नहीं होता है। जब तक आखिरी सीटी नहीं बजती,
- तब तक उम्मीद की किरण हमेशा बनी रहती है।
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