मानव सेहत को खतरा: MDH Everest Spices को हॉंगकॉंग और सिंगापुर में वापस क्यों भेजा जा रहा है?
भारतीय रसोईघरों के लिए एक दुःखद समाचार है कि MDH Everest Spices जैसे प्रमुख मसाले हॉंगकॉंग और सिंगापुर में वापस भेजे जा रहे हैं। इसमें एक संदेश है कि एथिलीन ऑक्साइड के उपयोग के कारण ये मसाले अब संभावित तौर पर मानव स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकते हैं।
एथिलीन ऑक्साइड क्या है?- MDH Everest Spices
- एथिलीन ऑक्साइड एक कार्सिनोजेनिक और मौत से जुड़ी सामग्री है जो खाद्य उत्पादों में आने वाली भूखंड की रक्षा के लिए इस्तेमाल की जाती है।
- यह उत्पादों की लंबी समय तक संरक्षण के लिए उपयोग किया जाता है, लेकिन इसका सीधा संपर्क मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
- एथिलीन ऑक्साइड के उपयोग की स्वीकृति भारत में नहीं है।
मसाले क्यों वापस भेजे जा रहे हैं?
- MDH Everest Spices हॉंगकॉंग और सिंगापुर में वापस भेजे जा रहे हैं क्योंकि उनमें एथिलीन ऑक्साइड का उपयोग किया गया था।
- इस खतरनाक सामग्री के प्रमाणित उपयोग के बिना, यह मसाले निर्यात हेतु अनुमति प्राप्त नहीं कर सकते।
- यह एक सतर्कता का संकेत है कि भारतीय सरकार और अन्य देशों के नियामक संगठन स्वास्थ्य और सुरक्षा के मामले में अत्यधिक जिम्मेदारी महसूस कर रहे हैं।
जागरूकता और संवेदनशीलता – MDH Everest Spices
- इस मामले में जागरूकता और संवेदनशीलता की जरूरत है।
- उपभोक्ताओं को अपने खरीदारी के प्रति सतर्क रहना चाहिए और उन्हें खुद को आवाज़ उठाने की साहस दिखानी चाहिए।
- सरकारों को अपने नियामकीय कार्यों को मजबूत करने और खाद्य सुरक्षा के नियमों का पालन करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
- उत्पादकों को भी अपने उत्पादों की सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए!
- साफ-सफाई और गुणवत्ता की मानकों का पालन करना चाहिए।
समाप्ति
- अंत में, हम सभी को मिलकर इस मामले में गहरे संज्ञान और कठोरता के साथ काम करने की आवश्यकता है।
- मानव स्वास्थ्य और सुरक्षा को पहले स्थान पर रखते हुए,
- हमें खाद्य सुरक्षा में जिम्मेदारी साझा करनी चाहिए।
- एक जागरूक और संवेदनशील समाज बनाने के लिए,
- हमें साथ मिलकर काम करना होगा और अपने संदेश को फैलाने में मदद करना होगा।
- इससे हम न केवल अपने स्वास्थ्य को सुरक्षित रखेंगे,
- बल्कि भविष्य की पीढ़ियों को भी एक स्वस्थ और सुरक्षित वातावरण मिलेगा।
- आप इस खबर को लेकर सभी को जागरूक करें और समाज में जागरूकता फैलाने में अपना योगदान दें। धन्यवाद।
Read more on JANSAMUH